Mobile Tower 2023 New Update Online Aavedan Kaise Karen:- मोबाइल टावर कैसे लगवायें

Mobile Tower 2023 New Update Online Aavedan Kaise Karen : – मोबाइल टावर कैसे लगवायें मोबाइल टावर 2023 में कैसे लगवाए दोस्तों हम आप लोग को बता दें कि मोबाइल टावर लगाने के लिए आप लोगों को आइडिया जिओ या एयरटेल जैसी कंपनियों से बातचीत नहीं करना होता है दोस्तों अगर मोबाइल टावर के बारे में पूरी जानकारी चाहिए तो मेरे इस आर्टिकल को शुरु से अंत तक ध्यानपूर्वक जरुर पढ़े।

बल्कि थर्ड पार्टी से मोबाइल टावर लगाने वाली कंपनियों से संपर्क करना होता है। इन बड़ी कंपनियों का टावर लगावाने वाली कंपनियों से संपर्क पार्टनरशिप रहता है टावर लगाने वाली ये कंपनियां है जो भारतीय इंफृाटेल इंडस टावर्स एटीसी टावर लगवा कर पैसे कमाना चाहते हैं

और तो आप लोगों को टावर लगाने के लिए भी इन कंपनियों से ही संपर्क करना होगा इन कंपनियों के वेबसाइट पर जाकर टावर लगाने के लिए आलोक को आवेदन करना होगा और अपनी जमीन की पूरी जानकारी देनी होगी कंपनी आपके जमीन का निरीक्षण करेंगे निरक्षण करने के बाद ही आप लोगों को टावर लगाने की अनुमति दिया जाएगा

दोस्तों अगर हम टावर की ऊंचाई की बात करें तो आमतौर पर टॉवर क्यों ऊंचाई 20 से 200 मीटर के बीच हीं होती है टावर लगाने के बाद आप लोगों को टावर लगाने के बदले में कंपनी आप लोगों को लैंड के हिसाब से किराया देती है या किराया हजारों रुपीए से लेकर लाखों रुपए तक भी हो सकता है।

Mobile tower :- मोबाइल टावर लगवाने के नियम

मोबाइल टावर 2023 में लगवाने के नियम नॉर्मल किसी भी अन्य कंपनी को रेंट पर जमीन देने से अलग होता है तो आइए हम इन नियमो को बारे में जानते हैं।
वर्तमान के समय में हम टेक्निकल चीजों के इतने करीब होते जा रहे हैं की बिना इंटरनेट के बिना एक सेकंड भी गुजारना बहुत कठिन सा हो गया है।

आजकल हर किसी के पास स्मार्टफोन होता है अगर बात सिर्फ कालिंग की होती तो किसी भी नेटवर्क से काम चलाया जा सकता था लेकिन जब से लोगों ने खुद को ऑनलाइन की दुनिया में जोड़ लिया है तब से इंटरनेट के अच्छे नेटवर्क की ज़रूरत भी बढ़ती जा रही है और तो जीओ के आने के बाद ये कंपटीशन और भी ज्यादा बढ़ती जा रही है।

  • टेलीकॉम इंडस्ट्री की ग्रेथ ने इंटरनेट की डिमांड हाई कर दी गई है और इन कंपनियों के बीच भी अच्छी सर्विस देने की हो‌‌ड़ लग गई है।
  • अगर आप लोग कभी भी गाँव में टावर लगवाना चाहते हैं तो आपके पास न्यूनतम 2500 स्क्वायर फ़ीट की ज़मीन होनी चाहिए। तभी आप लोगों के पास टावर लगाया जाएगा
  • अगर आप लोग शहर में किसी प्लाट में टावर लगवाना चाहते हैं तो आपके पास 2000 स्क्वायर फिट की ज़मीन होनी चाहिए। तभी आपके पास टावर लग पाएगा
  • आप लोगो की ज़मीन के आस-पास 100 मीटर तक के दायरे में या एरिया में कोई हॉस्पिटल नहीं होनी चाहिए। तभी आपके पास कोई टावर लग पाएगा
  • अगर आप लोग टावर बिल्डिंग के छत पर लगाना चाहते हैं तो कम से कम 500 स्क्वायर फ़ीट की जगह होना अनिवार्य है। तभी आपके बिलिंग पर टावर लगया जा सकता है।

1) जाने आपके घर के पास कितना टावर रेडिएशन का रेंज है

दोस्तों अगर आप लोग आपने घर के आस-पास जानना चाहते है की कितने रेडिएशन है और इसका पता आसानी से लगाया जा सकता है।
tarangsanchar.gov.in/EMF Portal पर जाकर अपना नाम, और ईमेल वह मोबाइल नंबर लोकेशन डाल कर आप टावर की जानकारी ले सकते हैं। इसमें लोकेशन बदल कर आप लोग अन्य जगहों के टावर की जानकारी भी ले सकते हैं।

हम आप लोगों को बता दे की एक व्यक्ति एक दिन में अधिक से अधिक दस साइट की जानकारी ले सकता है अगर आप लोग जानना चाहते हैं की आपके घर के आस पास कितना रेडिएशन है, इसके लिए आपको ₹4 हजार रूपिए चुकाने होंगे।

इसके बाद घर पर इंजीनियर्स की एक टीम उस जगह का मुआयना कराती है तो और रेडिएशन का स्तर रेखा जाता है और डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन ( डीओटी ) की ओर से निर्धारित की गई माता में से रेडिएशन अधिक मिले पर डीओटी में शिकायत की जा सकती है।

भारत में रेडिएशन के मानक अंतरराष्ट्रीय मानको में से दस गुणा ज्यादा सख्त है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर रेडिएशन कि सीमा 4.5 वाट पति वर्ग मीटर ले कर 9 वाट प्रति वर्ग मीटर होते है। जबकि भारत में यह 0.45 से लेकर 0.9 वाट तक पति वर्ग मीटर है। हालांकि इससी कारण बेहतर फोन कॉल के लिए ज्यादा से ज्यादा टावर इसी लिए लगाने की जरुरत पड़ती है, और लेकिन इससे रेडिएशन बढ़ने की आशंका भी नहीं होती है।

Note….Mobile Tower 2023 New Update Online Aavedan Kaise Karen मोबाइल टावर कैसे लगवायें 

भले ही रेडिएशन से कोई बड़ी बीमारी के सबूत ना मिले हों लेकिन मोबाइल फोन के अत्यधिक इस्तेमाल से सिरदर्द,थकान, डिप्रेशन, निंद न आना , आंखों में ड्राइनेस, काम में ध्यान न लगना जोड़ों में दर्द के साथ-साथ प्रजनन क्षमता में कमी जैसी समस्याएं हो भी सकती है।

इसीलिए लंबी देर तक बात करने के लिए हैंडफ्री या एयर पीस या ब्लूटूथ का इस्तेमाल करें ताकि आप सभी रेडिएशन से दूर रहें साथ ही रात में सोते समय सिरहाने तर नहीं रखें मोबाइल फोन सोते समय आप अगर रखते हैं सिरहाने तर कभी नहीं रखना चाहिए कभी भी मोबाइल फोन आपके लिए खतरा बन सकता है।

. बच्चे और प्रेग्नेंट महिलाओं को भी मोबाइल फोन के ज्यादा इस्तेमाल फोन करने से बचाएँ मोबाइल फोन ज्यादा इस्तेमाल करने से रोके ताकि वह बच्चा स्वस्थ रहें मोबाइल का लत नहीं लगे इसके अलावा सिग्नल कम होने या बैटरी लो होने पर भी फोन इस्तेमाल करने से बचाना चाहिए। मोबाइल फोन को शर्ट कि जब में रखने से बच्चे क्योंकि इससे दिल को नुकसान पहुंचता है।

मोबाइल टावर या मोबाइल से होने वाले रेडिएशन से डरने की जरुरत नहीं है क्योंकि देश में हुए व्यापक अध्ययन में से भी रेडिएशन से किसी भी तरह की बीमारी के सबूत अभी तक नहीं मिला है। हालंकी तय सीमा से अधिक रेडिएशन होने पर नुकसान होने की आशंका जताई गई है। लेकिन अधिक रेडिएशन के एक्का दुक्का
केस ही सामने आए हैं।

2011 में विश्व स्वास्थ संगठन की इंटरनेशनल एजेंसी की फॉर रिसर्च और कैंसर की अध्ययन में सामने आया कि रेडिएशन के कारण दिमाग और स्पाइन में एक तरह का कैंसर ग्लियोमा पनप सकता है हालांकि इसकी आशंका भी बेहद न्यून है।


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