Ayushman Card Kya Hai :- दोस्तों हम आप लोगों को बता दें कि स्वास्थ्य के बिना जीवन…. जीवन नहीं है. यह सिर्फ एक आला, और दुःख की अवस्था है- मृत्यु का प्रतिबिम्ब है।दोस्तों अगर आप लोग आयुष्मान कार्ड के बारे में जानना चाहते हैं तो मेरे इस आर्टिकल को शुरू से अंत तक जरूर पढ़ें और दोस्तों को शेयर करें ताकि वह भी आयुष्मान कार्ड के बारे में जान सके
अपने इस कथन के माध्यम से अल्बर्ट आइंस्टीन ने यही समझाने का प्रयास किया है कि स्वास्थ्य ही जीवन और जीवमात्र के अस्तित्व का सार है। स्वास्थ्य ही व्यक्ति परिवार, समाज, और राष्ट्र की समृद्धि का आधार होता है। अगर किसी समाज के लोग स्वस्थ नहीं हैं तो उस समाज से बना राष्ट्र दुःख भरा वर्तमान और निराशा भरा भविष्य लेकर ही आगे बढ़ता है।
Ayushman Card Kya Hai In Hindi:-आयुष्मान कार्ड क्या है?
बात अगर भारत की करें तो सेहत इस देश के नागरिकों के लिए सपने सरीखा है। इतनी विशाल आबादी के लिए स्वास्थ्य एक अहम विषय है। देश में हर उम्र के लोगों के लिए कई तरह की बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है जिसमें जीवन शैली से जुड़ी बीमारियाँ आम हो गयी हैं।
ऐसी बीमारियों के साथ मुश्किल ये होती है कि यदि बीमारी लम्बी है तो इलाज का खर्च बहुत महंगा साबित होता है. प्रायः लोगों के जमीन-जायदाद तक बिक जाते हैं। इससे परिवार में जाट- लता बढ़ जाती है। Ayushman Card Kya Hai
आयुष्मान योजना के पीछे सोच क्या है? नीति आयोग के सदस्य डॉ. विनोद कुमार पॉल के अनुसार इसके पीछे दो प्रकार की सोच है। 2. अपने देश का हेल्थ सिस्टम न्यू इंडिया के अनुसार होना चाहिए। यहाँ प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं में भारी कमी है।
किसी भी देश के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पूरे स्वास्थ्य ढांचे की बुनियाद होते हैं; हमारे यहाँ प्राइमरी केयर में माँ और बच्चे के स्वास्थ्य को ही केन्द्र में रखागया जिसमें कुल 15% लोग ही कवर होते थे। इसमें कम्यूनिकेबल नॉन कम्यूनिकेबल, लंग कैंसर, शुगर, एनीमिया, रक्तचाप, ENT से जुड़ी बीमारियों को शामिल नहीं किया गया।
परिणाम यह हुआ कि जनता झोलाछाप, अयोग्य डॉक्टरों का चक्कर लगाने लग गयी। डॉ. पॉल के अनुसार दूसरी सोच खर्च को लेकर हमारी चिन्ता है। इन नान कम्यूनिकेबल बीमारियों में खर्चा बहुत ज्यादा आता है। 6 से 7 करोड़लोग लम्बी बीमारी का इलाज कराते -2 गरीबी में घिर जाते हैं।
इस खर्च को किसी न किसी तरह सामाजिक दायित्व के अन्तर्गत लाया जाय जिससे लोगों का धन ऐसी बीमारियों में खर्च न हो। विकसित देशों में प्राइमरी हेल्थ सरकार की जिम्मेदारी होती है, जिसकी वजह से नागरिक बर्बाद नहीं होते। वास्तव में इसी सोच के साथ प्राइमरी हेल्थ का स्तम्भ तैयार किया जा रहा है।
आयुष्मान भारत योजना को ओबामा केयर की तर्ज पर ‘ नमो केयर’ की संज्ञा दी जा रही है। नमो केयर के तहत स्वास्थ्य के सभी प्रकार के घटक शामिल किये गये हैं इसमें दो महत्वपूर्ण घटक हैं-1. स्वास्थ्य एवं आरोग्य केन्द्र : इसके अन्तर्गत 1.5 लाख आरोग्य
केन्द्र स्थापित किए जायेंगें जिसमें यह भावना शामिल है कि स्वास्थ्य सेवाओं को लोगों के घरों के समीप लाया जाए । इसमें मुफ्त दवाओं के साथ -2 रोगों की जाँच भी मुफ्त की जायेगी।
2. राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा योजना : –
दोस्तों हम आप लोगों को बता दें कि10 करोड़ परिवार (50 करोड़ नागरिक ) को 5 लाख रु० प्रत्येक परिवार प्रतिवर्ष सहायता प्र- दान की जायेगी। 2025 तक टीबी उन्मूलन का लक्ष्य रखा गया है। टीबी रोगो को प्रतिमाह 500 रू0 प्रदान किये जायेंगें ताकि वेउचित आहार प्राप्त कर सकें।
उपरोक्त दोनों घटकों में निहित भावना यह तथ्य प्रकट करती है कि प्रत्येक नागरिक जो बड़े शहरों से लेकर दूर-दराज इलाकों में रहने वाले हों वे यही चाहेंगे कि स्वास्थ्य सेवो उनके घर के समीप उपलब्ध हो और आयुष्मान भारत यह इच्छा पूरी करने वाली योजना सिद्ध होगी।
दोस्तों हमारे लिए योजना की एक महत्वपूर्ण विशेषता है कि प्राइमरी लेवल पर ही बीमारी की पहचान कर यह योजना उसी स्तर पर निदान करेगी। अगर बीमारी ज्यादा गंभीर है तो उसे आगे बढ़ा दिया जायेगा। अब प्रश्न उठता है कि आयुष्मान भारत के तहत निर्मित स्वास्थ्य सेवा का ढांचा कैसा होगा? बात संरचना की है तो योजनाउचित आहार प्राप्त कर सकें।
उपरोक्त दोनों घटकों में निहित भावना यह तथ्य प्रकट करती है कि प्रत्येक नागरिक जो बड़े शहरों से लेकर दूर-दराज इलाकों में रहने वाले हों वे यही चाहेंगे कि स्वास्थ्य सेवो उनके घर के समीप उपलब्ध हो और आयुष्मान भारत यह इच्छा पूरी करने वाली योजना सिद्ध होगी।
इस योजना के तहत प्रत्येक 5000 की जनसंख्या पर वेलनेस सेन्टर की स्थापना की जायेगी। प्राइमरी हेल्थ सेंटर 5,6 वेलनेस सेंटर को जोड़ेगी तो लगभग 30000 की जनसंख्या को प्राइमरी हेल्थ सेंटर आच्छादित करेगी। यहाँ मुफ्त इलाज, मुफ्त जाँच होगी। वेलनेस सेन्टर में कार्यरत कर्मचारियों में दो ए एन एम, 5 आशा कार्यकर्ता व नर्स प्रैक्टिसनर होंगी जिन्हें / अतिरिक्त प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा । 2
शुरू में आयुष्मान भारत के तहत 100 जिलों को चरणबद्ध तरीके से कवर किया जायेगा। फिर इनकी संख्या में फेजवाइज वृद्धि की जायेगी। अभी तक 4000 वेलनेस सेंटर की स्थापना को मान्यता प्रदान कर दी गयी है। इस वित्तीय वर्ष में 15,000 वेलनेस सेन्टर कीस्थापना का लक्ष्य रखा गया है। सरकार ने फिलहाल 2000 करोड़ रुपये का प्रबन्ध इस योजना के लिए किया है। आगे सरकार की योजना है कि शिक्षा और स्वास्थ्य के 1 फीसदी सेस के बढ़े हुये सेस से आने वाला पैसा इस योजना में लगाया जायेगा। Ayushman Card Kya Hai
इस 1. फीसदी सेस से सरकार को 11 हजार करोड़ रुपये प्राप्त होने का अनुमान है। 24 नये मेडिकल कॉलेज तथा जिला अस्पतालों को अ 3 ग्रेड किया जायेगा। अब प्रश्न उठता है कि हम लक्षित वर्ग की पहचान कैसे करेंगे, नामांकन कैसे होगा, अनियमितताओं को कैसे रोक पायेंगे। नीति निर्माताओं का कहना है कि सरकार सामाजिक, आर्थिक, जातिगत जनगणना के आंकड़ों का इस्तेमाल करेगी। ये आंकड़े परिवार आधारितआंकड़े है जिनमें बहुत गरीब और कमजोर लोग शामिल हैं। आंकड़ों का परीक्षण होगा कि वे इस स्कीम में शामिल हैं कि नहीं।
पूरी प्रक्रिया डिजिटल सूचनाओं के दायरे में होगी। अस्पताल में मरीज को उचित सुविधा मिले या रही है, अस्पताल कोई भ्रष्यचार तो नहीं कर रहे हैं। आदि सभी प्रक्रिया आनलाइन होगी। क्रियान्वयन से जुड़ी अन्य बातों में केन्द्र राज्य समन्वय की बात भी शामिल है क्योंकि स्वास्थ्य राज्य विषय है, अत: प्रयास होगा कि राज्य, केन्द्र के अनुरूप की लियाँबनाए जिससे स्वास्थ्य सेवाओं में विश्वरात न हो। साथ ही लोगों को सूचित करना भी अनिवार्य है कि कौन इस योजना का लाभ उठा सकते के योग्य है। इसके लिए पंचायतों में सूची भेजी जायेगी और बताया जायेगा कि इस योजना में कौन से लोग नामित हैं।
उपरोक्त विवेचना से स्पष्ट है कि आयुष्मान भारत एक बहुत ही महत्वाकांक्षी और लाभप्रद योजना है। इसमें देश के विकास का भविष्य दिया है। इसमें उतरकार लोगों की रोकथाम के साथ-साथ स्वास्थ्य के विकास, जिसमें उचित पौष्टिक आहार शामिल हैं, के लि प्रतिबद्ध है। साथ हीं निजी क्षेत्र को भी आगे आना होगा। संसाधनों में वृद्धि करनी होगी। सामुदायिक निगरानी तेल स्थापित करना होगा।वे राज्यों के बीच समन्वय लाना होगा ताकि संसाधनों का विभाजनजायेगा कि इस योजना में कौन से लोग नामित हैं। Ayushman Card Kya Hai
ही उपरोक्त विवेचना से स्पष्ट है कि आयुष्मान भारत एक बहुत महत्वाकांक्षी और लाभप्रद योजना है। इसमें देश के विकास का भविष्य दिया है। इसमें उतरकार लोगों की रोकथाम के साथ-साथ स्वास्थ्य के विकास, जिसमें उचित पौष्टिक आहार शामिल हैं, के लिए प्रतिबद्ध है। साथ हीं निजी क्षेत्र को भी आगे आना होगा। संसाधनों में वृद्धि करनी होगी। सामुदायिक निगरानी तेल स्थापित करना होगा। केन्द्र राज्यों के बीच समन्वय लाना होगा ताकि संसाधनों का विभाजन न हो ।
Ayushman Card Online Apply 2023:-
अगर आप लोग भारत के निवासी हैं तो यह विज्ञापन आप लोगों के लिए काफी ही महत्वपूर्ण होने वाला है आप लोगों को बता दें कि भारत के नागरिकों की भलाई के लिए केंद्र सरकार के द्वारा समय-समय पर नई योजनाओं को लागू किया जाता है और इन्हीं योजनाओं में से एक योजना है की आयुष्मान कार्ड की योजना आप लोगों को बता दें कि इस योजना के अंतर्गत निम्न वर्ग एवं गरीब व्यक्तियों को केंद्र सरकार के द्वारा ₹5 लाख तक की मुक्त इलाज के लिए धनराशि दिए जाते हैं
जिसका इस्तेमाल करके वह अपने रोग का इलाज करवा सकते हैं या फिर किसी भी गंभीर अवस्था में आयुष्मान कार्ड की मदद से किसी भी हॉस्पिटल में वह अपना रोग का इलाज करवा सकते हैं तो आयुष्मान कार्ड से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी के लिए जैसे कि इसे कैसे बनाएं इसका लाभ क्या है या आयुष्मान कार्ड न्यू लिस्ट की जानकारी आप लोगों को आगे दी जाएगी
अगर आप लोग इसी प्रकार की जानकारी सबसे पहले प्राप्त करना चाहते हैं तो हमारे व्हाट्सएप और टेलीग्राम चैनल को जरूर ज्वाइन करेंदोस्तों अगर आप लोग आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए चाह रहें हैं या सोच रहे हैं तो आप लोगों को बता दे की आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए 2011 में की गई जनगणना के अनुसार उसी व्यक्ति का आयुष्मान कार्ड बनाना है उस व्यक्ति का नाम योजना लिस्ट में होना चाहिए वही व्यक्ति या परिवार के सदस्य है तो आयुष्मान कार्ड बन सकता है जिनका 2011 के जनगणना के अनुसार वैसे वर्ग के परिवार हैं जो निम्न वर्ग के परिवार का ही आयुष्मान कार्ड बन सकता है
और आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए दूसरा यह तरीका है कि आप लोगों के पास पीएम लेटर होना अनिवार्य है तो अब आप लोग सोच रहे होंगे कि पीएम लेटर क्या है तो आप लोगों को बता दें कि 2011_2012 के जनगणना के अनुसार उन्हीं परिवारों का आयुष्मान कार्ड बन सकता है जो की योग्यता रखता है और उन्हीं परिवारों का नाम लिस्ट में होता है जो कि निम्न वर्गीय हो और इस कार्ड की मदद से उन्हें अपने शरीर में रोग को दिखाने के लिए ₹5 लाख दिए जाते हैं Ayushman Card Kya Hai
आयुष्मान कार्ड से पैसे कैसे आते हैं
- जिन व्यक्तियों के पास आयुष्मान कार्ड बना हुआ है तो उन व्यक्तियों को 1 साल के अंदर केंद्र सरकार के द्वारा
आयुष्मान कार्ड रहने पर ₹5 लाख तक मुक्त इलाज किया जाएगा। और यह पैसा आपके खाता में नहीं आयेगा इस कार्ड की मदद से आप लोगों को बता दें की उन्हीं हॉस्पिटल में इलाज कराना होता है जिन हॉस्पिटल का नाम आयुष्मान कार्ड के अनुसार सूची के अंतर्गत आते हैं और इन्हीं हॉस्पिटल के अंदर आयुष्मान कार्ड के दुबारा ऑफिस बना हुआ होता है और अगर आप लोगों इन हॉस्पिटल में अपना इलाज करवाने के लिए जाते हैं तो बायोमैट्री वेरिफिकेशन होने के बाद जितना भी पैसा आपके इलाज में खर्च होता है उतना पैसा डायरेक्ट हॉस्पिटल के बैंक खाते में डेबिट कर दिए जाते हैं सरकार के द्वाराआयुष्मान कार्ड कैसे और कहां बनवाएं - अगर आप लोग आयुष्मान कार्ड बनाना चाह रहे हैं या सोच रहे हैं तो आप लोगों को बता दें कि आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए आप लोगों के पास आधार कार्ड या पैन कार्ड या ड्राइविंग लाइसेंस या वोटर आईडी कार्ड यानी सरकारी कोई भी पाचन पत्र होना अनिवार्य है ।
- आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए सबसे पहले आप लोगों को सर्विस सेंटर के पास जाना होगा और सेंटर पर जाकर अपना पहचान पत्र की जांच करवाएं और आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए सबसे पहले अप लोगों को अप्लाई करना होगा
- एवं योजना का लाभ लेने के लिए आप लोग योजना से संबंधित हॉस्पिटल में भर्ती ले और आयुष्मान मित्र की मदद से निशुल्क अपनी जांच कराएंआयुष्मान कार्ड लिस्ट कैसे देखें
- आयुष्मान कार्ड के लिस्ट देखने के लिए आप लोगों को बता दें कि ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं।
- इसके बाद आप लोगों को बता दें की आयुष्मान कार्ड 2022_2023 के विकल्प पर किलिक करें।
- इसके बाद आप लोगों को बता दें कि 10 डिजिट का मोबाइल नंबर डालकर भेरीफिकेसन करना होगा।
- अब आप लोगों के मोबाइल पर 6 अंक की ओटीपी भेजी जाएगी जिसे आप लोगों को वेरीफाई करना होगा
अब आप लोगों के सामने एक नया पेज खुलेगा और आयुष्मान कार्ड का लिस्ट खुल जाएगा अगर आप चाहे तो इसे डाउनलोड कर सकते हैं।